23.9 C
Ranchi
Sunday, December 22, 2024
Advertisement
HomeEducationराज्यस्तरीय अनुश्रवण दल की अनुशंसा पर दो विद्यालयों के विरुद्ध कार्रवाई

राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल की अनुशंसा पर दो विद्यालयों के विरुद्ध कार्रवाई

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद,
रांची

✦ एक प्राचार्य, एक वार्डन/शिक्षिका और एक लेखपाल का वेतन रोका गया, शोकॉज जारी
✦ कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालय, रामगढ़ के वार्डन और लेखपाल को सेवा मुक्त करने की अनुशंसा
✦ समीक्षा के बाद राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों द्वारा फिर शुरू की गयी कार्रवाई की अनुशंसा

सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए लागू किये गए प्रयास सह प्रोजेक्ट इंपैक्ट के अनुश्रवण के लिए गठित राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों द्वारा पुनः कई विद्यालयों का औचक निरिक्षण कर अनियमितता बरतने, अनुशासनहीनता और कर्तव्यहीनता के मामले में कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है। रामगढ़ स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन सह पूर्णकालिक शिक्षिका श्रीमती निशा भारती और लेखपाल सह कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज कुमार गुप्ता के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है।

इस बाबत दोनों को जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा शोकॉज जारी किया गया है। अनुश्रवण दल के द्वारा औचक निरीक्षण किये जाने के दौरान पदाधिकारियों ने विद्यालय में वितरण के लिए मिले जूतों को स्टोर रूम में धुल फांकता पाया, इस मामले में वार्डन सह शिक्षिका श्रीमती निशा भारती द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं मिलने और जवाब मिलने में विलंब को देखते हुए टीम ने तत्काल श्रीमती निशा भारती और श्री मनोज कुमार गुप्ता के वेतन को रोकने की अनुशंसा की, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए दोनों का वेतन अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है। साथ ही विद्यालय को अनियमितता बरतने के मामले में दोषी पाते हुए शोकॉज जारी किया गया है, जिसका जवाब विद्यालय को अगले 24 घंटे के भीतर देना अनिवार्य है। जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर टीम द्वारा दोनों की सेवा तत्काल समाप्त करने की अनुशंसा भेजी गयी है।

के.बी.एस.एस. +2 उच्च विद्यालय चौपारण के प्राचार्य के विरुद्ध एक्शन

निरिक्षण के क्रम में हज़ारीबाग़ के के.बी.एस.एस. +2 उच्च विद्यालय चौपारण पहुंचे राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों ने विद्यालय भवन को जर्जर पाया, साथ ही विद्यालय में सौंदर्यकरण का अभाव पाया गया। विद्यालय में पर्याप्त साफ़ सफाई का भी अभाव था। टीम ने स्कूल को प्रयास सह प्रोजेक्ट इंपैक्ट कार्यक्रम के कार्यान्वयन में लापरवाही बरतने का दोषी पाया। अनुश्रवण दल में शामिल पदाधिकारियों ने पाया कि स्कूल में कुल नामांकित 3012 छात्रों में केवल 149 छात्र ही उपस्थित है। साथ ही स्कूल द्वारा कक्षा 9वी और 11वी में औपबंधिक नामांकन भी नहीं लिया जा रहा था।

टीम ने विद्यालय के शिक्षकों में आपसी समन्वय का भी अभाव देखा। विद्यालय द्वारा नियमो को ताक पर रखकर बाहरी शिक्षकों से सेवा ली जा रही थी। टीम ने इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे अनुशासनहीनता एवं उच्चाधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों की अवहेलना का मामला मानते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए उक्त प्रधानाध्यापक के वेतन को अगले आदेश तक रोक दिया गया है। साथ ही शोकॉज जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब देने का आदेश दिया गया है।

जारी है विद्यालयों का औचक निरिक्षण

राज्य शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा गठित राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल के पदाधिकारियों द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में सरकारी विद्यालयों का औचक निरिक्षण जारी है। कई जिलों में टीम द्वारा अनुश्रवण किया जा चुका है, जिसकी राज्य मुख्यालय द्वारा समीक्षा की जा रही है। टीम द्वारा अनियमितता, अनुशासनहीनता और कर्तव्यहीनता के मामले में कई शिक्षकों, पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा चुकी है।

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments