गिरिडीह : शहर को सिरसिया से जोड़ने वाले बरगंडा पावर हाउस स्थित उसरी नदी पर पुराने पुल को हटाकर न नये पुल निर्माण के बावजूद अप्रोच रोड निर्माण में आ रही बाधा की जानकारी लेने के लिए शनिवार को सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू कार्यस्थल पर पहुंचे. उन्होंने स्थानीय लोगों और एप्रोच रोड के निर्माण में बाधा डाल रहे लोगों से मिले और सारी बातों से रू-ब-रू हुए। इसके बाद सदर अंचल अधिकारी को कार्य स्थल पर बुलाया गया. सीओ से सरकारी जमीन की नापी करवा कर कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया, ताकि उक्त पुल से होकर जनता की आवाजाही का मार्ग प्रशस्त हो सके।
एप्रोच पथ का निर्माण भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा : विधायक
बता दें कि स्व. केबी सहाय के कार्यकाल में उसरी नदी के ऊपर सबसे पहले कॉजवे के पुल हुआ करता था जो बाद में जर्जर हो जाने के कारण उसे ध्वस्त कर उसी जगह पर नया पुल का निर्माण कराया गया है। लेकिन एप्रोच रोड निर्माण में आ रही बाधाओं की जांच को लेकर सदर विधायक मौके पर पहुंचे और इस फाइल पर जल्द वर्क पूरा करने का निर्देश दिया। इस बाबत विधायक श्री सोनू ने कहा कि पुल का निर्माण हो चुका है. एप्रोच पथ का भी निर्माण भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा. 6 जून को नया पुल का उद्घाटन होगा। मौके पर नगर थाना पुलिस भी मौजूद थी। अभी पुल निर्माण के बाद अप्रोच रोड का काम अभी जारी है। अप्रोच रोड के निर्माण के दौरान सड़क चौड़ीकरण को लेकर स्थानीय लोगों के बीच कुछ विवाद होने के साथ ही पुल के पास मंदिर व आस-पास के लोगों का घर होने के कारण सड़क का पानी घर व मंदिर में घूसने की बात कहकर विरोध किया जा रहा था। इन सबके बीच मामले की जानकारी मिलने के बाद शनिवार को विधायक सुदिव्य कुमार सोनू मौके पर पहुंचे और मामले को लेकर स्थानीय लोगों के साथ बैठक की।
सीओ को रोड की नापी कर अप्रोच रोड का निर्माण पूरा करने का निर्देश
इस दौरान सीओ मो. असलम, नगर थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद, पथ निर्माण विभाग के एक्जक्यूटिव इंजीनियर विनय कुमार, एसडीओ मनोज सिंह, जेई अमित कुमार मोदी भी मौके पर मौजूद थे। विधायक श्री सोनू ने सीओ को निर्देश दिया कि सर्वे के अनुसार रोड की नापी करके अप्रोच रोड का निर्माण कार्य पूरा किया जाना चाहिए। कहा कि सड़क की चौड़ाई 120 फीट होगी और उसी के अनुसार सड़क का निर्माण किया जायेगा। हालांकि इस दौरान लोगों ने सड़क किनारे स्थित हनुमान मंदिर के होने के कारण रोड का पानी मंदिर में नहीं जाये, इसलिए रोड का चौड़ीकरण मंदिर से थोड़ा हट कर करने की मांग की। जिसपर विभागीय अधिकारियों द्वारा मंदिर में सड़क का पानी नहीं जाने को लेकर निराकरण निकालने का आश्वासन दिया। मालूम हो कि इस पुल के बन जाने से सिरसिया, गाण्डेय, बेंगाबाद होकर संतालपरगना जाने वाले की सड़क मार्ग की लगभग दो से तीन किलोमीटर दूरी कम हो जायेगी.