गुमला: जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खां की अध्यक्षता में आज एसएस प्लस टू बालक उच्च विद्यालय गुमला के सभागार में मादक द्रव्यों के दुरुपयोग को रोकने हेतु जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। अतिथियों द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन के उपरांत, राज्य स्तर से प्राप्त दिशा-निर्देश अनुरूप इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपील की कि नशा एक ऐसी समस्या है जिसकी चपेट में किशोर अवस्था के स्कूली बच्चों के आने की संभावना सबसे ज्यादा होती है।
उन्होंने कहा कि विद्यालय के शिक्षकों को कक्षा 9 से 12 के छात्रों पर विशेष नजर रखनी चाहिए और उनकी काउंसिलिंग करनी चाहिए। साथ ही, विद्यालय परिसर के आसपास मादक द्रव्यों या अन्य नशीले पदार्थों के विक्रय संबंधी किसी भी संदिग्ध जानकारी मिलने पर उच्च अधिकारियों को सूचित करना चाहिए। गुरु गोष्ठी और शिक्षकों की बैठक में इस विषय को गंभीरता से लेते हुए नियमित मॉनिटरिंग की जानी चाहिए।
कार्यशाला में 18 से 26 जून तक विभागीय रूप से निर्धारित दैनिक गतिविधियों की जानकारी दी गई। कक्षा 9 से 12 के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक और निजी विद्यालयों में गतिविधियां चलाने के निर्देश दिए गए। शिक्षकों को अपने क्षेत्र में निगरानी रखते हुए मादक द्रव्यों और अन्य नशीले पदार्थों की उपलब्धता/विक्रय को रोकने के लिए उचित कदम उठाने और आवश्यकतानुसार प्रशासन का सहयोग प्राप्त करने की बात कही गई।
कार्यक्रम में उपस्थित क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी प्रियश्री भगत, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी किरण कुमारी, प्रीति कुजूर, और एडीपीओ पियूष कुमार भी मौजूद थे। डायट से कुमार सुंदरम भारद्वाज ने मंच संचालन किया। कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, बीआरपी, और सीआरपी भी उपस्थित थे।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया।
Edited by – Sanjana Kumari.