सरना-सनातन-जैनधर्म का संगम होगा बिरसा-लुगुबुरू-पारसनाथ-बाबाधाम कॉरिडोर: सुदिव्य
विधायक ने कहा-कॉरिडॉर निर्माण में राज्य सरकार करीब एक हजार करोड़ खर्च करेगी
गिरिडीह शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए 30 किलोमीटर की प्रस्तावित रिंग रोड मिशन मोड़ तक का डीपीआर तैयार हो रहा है
गिरिडीह (कमलनयन) : झारखंड में समावेशी विकास की अवधारणा पर काम कर रही महागठबंधन सरकार में झामुमो के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सरकार भी पूर्व सीएम हेमंत सोरेन सरकार की तर्ज पर राज्य के विकास को गति देने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन झारखंडियों के जीवन स्तर मे सुधारलाने के साथ हि झारखंड को विकसित प्रदेश की श्रेणी मे लाने के ठोस और सार्थक योजनाए बना रहे है। सीएम चंपाई सोरेन सरकार ने झारखंड में विभिन्न धर्मों के प्राचीन उपासना स्थलों की यात्रा सुलभ और सरल बनाने के मकसद से रांची-देवघर तक बिरसा-लुगुबुरु- पारसनाथ-बाबाधाम-होली टुरिस्ट कोरिडॉर को नीतिगत मंजूरी प्रदान कर विकसित राज्य की दिशा में प्रभावी कदम बढ़ाया है। इस बाबत जेएमएम के वरिष्ठ नेता गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार ने बताया कि प्रस्तावित बिरसा-लुगुबुरू-पारसनाथ – रजरप्पा-बाबाधाम तक के 170 किलोमीटर कॉरिडोर के तहत रांची, ओरमांझी, गोला- रजरप्पा, डुमरी-मधुबन, गिरिडीह, बुढई-देवघर शामिल है। उन्होंने कहा कि एक हजार करोड़ के अधिक की इस परियोजना होली टुरिस्ट कॉरिडॉर का निर्माण कार्य स्टेट हार्ईवे ऑथिरिटी ऑफ झारखंड (सेज) के द्वारा किया जाना है। परियोजना के डीपीआर बनाने का काम अंतिम चरण में है। उन्होंने आशा जताई की जिस गति से कागजी काम आगे बढ़ रहा है, अगर सब कुछ ठीक रहा तो दुर्गापूजा तक परियोजना का शिलान्यास संभव है।
गिरिडीह-डुमरी रोड के रिंग रोड पर भी काम किया जा रहा है
विधायक ने कहा कि इस कॉरिडोर के बन जाने से सनातन धर्मियों का मां छिन्नमस्तिके तीर्थ क्षेत्र सरनाधर्म के लुगुगुरु घंटाबाडी धर्मगझढ़, मारंग बुरु तीर्थस्थल (पारसनाथ) एवं जैन धर्मावलम्बियों के सर्वोच्च तीर्थ क्षेत्र शिखर जी मधुबन आने वाले पर्यटकों की सड़क यात्रा सुगम और सरल हो जायेगी। इसके साथ ही रांची से भाया गिरिडीह-बाबाधाम जानेवाले पर्यटकों की सड़क मार्ग की दूरी भी लगभग 50 किलो मीटर कम हो जायेगी, जिससे समय और बजट की बचत होगी। उन्होंने कहा कि 2019 से ही उनकी सरकार सर्वधर्म समभाव के दृष्टिकोण के आधार पर समावेशी विकास कर रही है। कई प्रकार के षड्यंत्रों-विध्न बाधाओं के बावजूद सीमित संसाधनों में प्रदेश को विकसित बनाने की दिशा में उनकी सरकार यथासंभव सार्थक प्रयास में लगा हुआ है। अपने विधानसमा क्षेत्र गिरिडीह को लेकर विधायक ने कहा कि गिरिडीह शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सके। इसको लेकर 30 किलोमीटर की प्रस्तावित रिंग रोड मिशन मोड तक का डीपीआर भी जल्द तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा गिरिडीह-डुमरी रोड के जोड़ापहाड़ी के समीप एक अन्य रिंग रोड पर भी काम किया जा रहा है, जिसमें सीसीएल के चिंकल्स अग्दोनी, गाडी, चतरो वाया महुआर होते हुए बेंगाबाद प्रखण्ड को जोडा जाना है। राज्य सरकार मंत्री बसंत सोरेन ने इसके निर्माण की मंजूरी दे दी है, जिसमें दो अंडरपास के साथ चार ब्रिज का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि तीनों प्रोजेक्ट केबिनेट में मंजूरी मिलते ही कार्य शुरू हो जायेगा।