झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ के जिला मंत्री सह आर्थिक आरक्षण आंदोलन समिति के पूर्व केंद्रीय प्रवक्ता और भाजपा के पूर्व हजारीबाग नगर महामंत्री सह युवा समाजसेवी अधिवक्ता इन्द्र कुमार पंडित झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 मे बडकागांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रत्याशी के रूप मे मौका मिला तो अपना उम्मीदवारी पेश कर कई राजनीतिक दल के कई दिग्गज नेताओं का खेल और राजनीतिक समीकरण जड़ से उखाड़ कर भाजपा का परचम लहरा कर एक नया इतिहास स्थापित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इन्द्र कुमार पंडित बडकागांव विधानसभा क्षेत्र के ऐसे स्थानीय युवा चेहरा है जिनके माता जी 2015 मे केंसर का शिकार और पिता स्वर्गीय गोविंद प्रजापति हाल ही मे 2019 मे राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हो गए।
उसके बावजूद भी इन्होंने विपरीत परिस्थितियो मे भी अपना हौसला और जूनन को बरकरार रखे तथा हिम्मत नही हारे। यही वजह है कि आज के दिन मे कम उम्र होने के बावजूद भी यह पहचान के मोहताज नही है।
उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का सच्चा सिपाही हूं और संगठन में युवा मोर्चा जिला मीडिया प्रभारी से लेकर हजारीबाग नगर महामंत्री तक कई दायित्व को निर्वहन कर चुका हूं और आज भी सक्रिय रूप से भारतीय जनता पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में लगभग 15 सालों से सदैव संगठन के लिए कार्य कर रहा हूं।
ऐसे हिम्मत वाले निर्भीक, निडर, निष्ठावान और योग्य कर्मठ, ऊर्जावान युवा समाजसेवी सह अधिवक्ता इन्द्र कुमार पंडित को बेदाग छवि होने के कारण अपार जन समर्थन मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी मौका देती है तो पहली बार झारखण्ड विधानसभा चुनाव मे ऐसे कम उम्र के उम्मीदवार होगा जो झारखंड राज्य निर्वाचन आयोग के हर नियमावली को सत-प्रतिशत पालन करते हुए निर्धारित आय-व्यय तथा सीमित व निर्धारित संसाधन का प्रयोग करते हुए बडकागांव विधानसभा क्षेत्र मे अपना चुनाव-प्रचार-प्रसार करेंगे।
क्योंकि उनके पास युवा सोच के साथ अधिवक्ताओं की फौज के साथ-साथ सभी वर्ग के युवा और बुजुर्गो का स्नेह और आशीर्वाद है।
चुनावी खर्च को लेकर उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी कार्य को साफ नियत व शुद्ध अन्त:मन तथा दृढ संकल्प के साथ किया जाय तो पैसे की अहमियत स्वत: गौण हो जाती है, तथा व्यक्तित्व और सकारात्मक विचारधारा ही नजर आती है।
मौका मिला तो वे इन मुद्दों के आधार पर लडेगें चुनाव
झारखंड का संकट मोचन कहे जाने वाला क्षेत्र बडकागांव, जहां के संसाधन और कोयला से बिहार और गुजरात के आडानी कम्पनी सहित देश के भिन्न-भिन्न राज्य रौशन होते है फिर भी झारखंड राज्य के लोग कोयला के लिए तरसे है तथा बडकागांव के लोग रोजगार के अपार अवसर के बावजूद भी यहां के शिक्षित युवा लोग बेरोजगार के साथ साथ यहां की जनता मूलभूत सुविधा से वंचित है! जहां रैयत जमीन की मुआवजे के लिए तरस रहे है वही यहां की जनता कम्पनी की धूल खाने को मजबूर है।
ऐसे मे इन्द्र कुमार पंडित का पहला प्राथमिकता होगी कि कम्पनी अधिनियम के तहत भू-रैयत को उचित मुआवजा के साथ-साथ हर वो जनसुविधा मुहैया किया जाय जो कम्पनी अधिनियम के अंतर्गत शामिल है।
दुसरी बात उस क्षेत्र के शिक्षा की गुणवत्ता मे वृद्धि हो तथा रोजगार का सृजन हो , इसके लिए उस क्षेत्र के हर पंचायत स्तर पर प्रत्येक पंचायत भवन के सामने उच्च शिक्षा हेतु उच्च विद्यालय, खेलकूद के लिए मैदान, तथा उस क्षेत्र के सांस्कृति विरासत की रक्षा हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए सांस्कृतिक सामुदायिक भवन का निर्माण एवं स्वास्थ्य सुविधा के लिए अस्पताल तथा उस पंचायत भवन के आसपास हाईटेक मार्केट हो जिससे उस पंचायत के लोग सुविधा के अभाव मे हर छोटी चीज के लिए शहर की ओर जाने से बच सके।
तीसरी बात उस क्षेत्र के अन्तिम व्यक्ति जैसे गरीब, शोषित, वंचित व्यक्ति तक सरकारी सुविधा उपलब्ध करना तथा ग्रामीण विकास हेतु सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य व रोजगार से जोडकर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाना।
चौथी बात यह है कि बडकागांव को राजस्तरीय पहचान दिलाने के लिए बुढ़वा महादेव मंदिर, बादाम का किला, बरसो पानी, महुदी पहाड़ को पक्की सड़क से जोड़ते हुए कन्डाबेर माता स्थान और कोदवे के छतिसो बहन आदि को बृहद स्तर पर सुन्दर और आकर्षक पर्यटक स्थल बना कर रोजगार का सृजन करना।
उनके लिए पैसा नही होगा चुनावी बाधाक!
दरअसल आज के राजनीतिक परिपाटी को देखते हुए उन्होंने आगे कहा कि चुनाव पैसे से नही बल्कि जनसहयोग से लड़ी जाती है! ऐसे मे उनके लिए पैसा बाधक नही है, क्योंकि उनका कहना है कि अगर पैसा से चुनाव जीता जाता तो आज विधानसभा और लोकसभा मे कुछ विशेष घराने वाले लोग ही होते।
News – विजय चौधरी