सीएम ने कहा-हमने नियुक्ति नियमावली बनाने का काम किया, ये लोग स्थानीय नीति को कोर्ट में रोकने का काम किया
ये लोग हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट तो मांगते हैं, पर अयोध्या हार जाते हैं.
सीएम की घोषणा: पुलिस नियुक्ति में 10 प्रतिशत आरक्षण और…अग्निवीरों को अनुग्रह राशि देंगे
रांची : झारखंड विधानसभा के मॉनसूत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्ष को करारा जवाब दिया. भाषण के दौरान विपक्षी विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे. सीएम का भाषण शुरू होते ही हंगामा जोरदार होने लगा. लेकिन सीएम ने अपना भाषण जारी रखा और जमकर विपक्ष पर वार-पलटवार किया. सीएम ने कहा कि विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं है. इनलोगों ने एक महत्वपूर्ण सत्र को हंगामे में बदल दिया. इस बीच विधायकों की नारेबाजी होने लगी. सीएम ने पूर्व की भाजपा सरकार को लेकर कहा कि उस सबों का काला चिट्ठा मेरे पास है, 5 साल में क्या किया, सब मेरे पास है. ये लोग जमीन लुटेरे हैं और मुझे जमीन लूटने के आरोप में जेल में बंद करवाते हैं. सीएम ने कहा कि 5 वर्षों में सरकारी और गैरमजरुआ जमीन पर इनलोगों ने भवन बना दिया. इनलोगों के पास ना तो सदन के अंदर कोई जवाब दे सकते हैं ना सदन के बाहर. इनके एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनका राज्य बाढ़ में डूबा हुआ है, वहां वह नहीं जाकर झारखंड में राजनीति कर रहे हैं और झारखंड को विभाजित करने का काम कर रहे हैं.
ये अगर आदिवासी के हितैषी हैं तो, सरना धर्मकोड की बात क्यों नहीं करते…?
सीएम ने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हमने गैरसरकारी संस्थान में एक लाख से अधिक नौकरी दी, हजारों युवाओं को हमने नियुक्ति पत्र बांटे. हमारे बच्चे आज देश-विदेश में अच्छी कंपनियों में नौकरी कर रहे हैं, सरकारी नौकरी की बात करें तो इनलोगों ने 20 वर्षों में नियमावली तक नहीं बनायी, c. हमारे राज्य में यह कानून बने तो असंवैधानिक और उनके राज्य में बने तो संवैधानिक, हमने 90 प्रतिशत आदिवासी-मूलवासियों की नियुक्ति की. इसके बाद एक बार फिर भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. वहीं सत्तापक्ष मुख्यमंत्री के भाषण का मेज थपथपाकर सपोर्ट किया. सीएम ने कहा कि पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रयास सरकार ने किया, लेकिन इन लोगों ने उसे भी आगे बढ़ने नहीं दिया. ये छलावा के लिए आदिवासी हित की बात करते हैं, मगर सरना धर्मकोड को लेकर दिल्ली में बात नहीं रखते. क्योंकि इन्हें सिर्फ हिंदू-मुस्लिम और आदिवासी गैरआदिवासी का ही मुद्दा दिखता है. ये लोग व्यापारी हैं. यह नालायक लोग पूरा देश बेच दिया. इस बीच नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी खड़े हुए और सीएम के भाषण का विरोध करने लगे. फिर हेमंत सोरेन ने कहा, अगली बार हम फिर सत्ता में आएंगे और हर महिला के घर एक लाख रुपये पहुंचाने का काम करेंगे. ये हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट तो मांगते हैं, पर अयोध्या हार जाते हैं.
सीएम का दावा-झारखंड की जनता ने इन्हें पहले भी नकारा है आगे भी नकारेंगे’
सीएम ने विपक्ष द्वारा उठाए गए डेमोग्राफी के मुद्दे पर विपक्ष को लताड़ते हुए कहा कि इनलोगों से पूछे कि रांची, धनबाद, बोकारो और जमशेदपुर में आबादी क्यों बढ़ी, किसके कारण आदिवासियों की संख्या घटी. ये लोग हमारे देश की स्थिति पाकिस्तान से भी खराब कर देंगे, महंगाई का स्तर देख लें. अब केंद्र में बैसाखी की सरकार चल रही है. सहायक पुलिसकर्मी को इन्होंने नाजायज तरीके से नियुक्त किया, हम लगातार इन्हें एक्सटेंशन दे रहे हैं. सीएम ने घोषणा की कि पुलिस नियुक्ति में हम 10 प्रतिशत आरक्षण देंगे. अग्निवीरों को अनुग्रह राशि देंगे और अनुकंपा पर सरकारी नौकरी देंगे. हम अपने काम के लिए मछली की आंख की तरह लक्ष्य रखकर काम कर रहे हैं और आनेवाले समय में उनकी हर बातों का मुंहतोड़ जवाब देंगे. चाहे ये बाहर कहीं से भी झारखंड में नेता बुला लें, झारखंड की जनता इन्हें पहले भी नकारा आगे भी नकारेंगे. झारखंड में चाहे ये जितना जोर लगा लें,पर इनकी दाल नहीं गलेगी.