विभावि: वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित दीक्षा आरंभ कार्यक्रम के पांचवें और अंतिम दिन की शुरुआत नए विद्यार्थियों को दिए गए एक विशेष कार्य से हुई, जिसमें उन्हें उस व्यक्ति के बारे में लिखने को कहा गया, जिनके व्यक्तित्व ने उन्हें सबसे अधिक प्रभावित किया।
नैतिक मूल्यों और जीवन के आदर्शों पर विशेष सत्र
पहले सत्र में, एम.एड. विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अमिता कुमारी ने विद्यार्थियों का परिचय लेते हुए एपिस्टमोलॉजी, मेटाफिजिक्स, और एक्सियोलॉजी जैसे दार्शनिक मूल्यों के माध्यम से नैतिक मूल्यों का महत्व समझाया। उन्होंने विज्ञान और धर्म के बीच सामंजस्य बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया और विद्यार्थियों से अपने जीवन में सकारात्मकता को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
मानव चरित्र का विश्लेषण और प्रेरणादायक शिक्षा
दूसरे सत्र में, एम.एड. विभाग के प्रोफेसर डॉ. मृत्युंजय प्रसाद ने विद्यार्थियों को चारित्रिक विकास पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि भगवान श्री राम के चरित्र से हमें क्या करना चाहिए, यह सीखना चाहिए और भगवान श्री कृष्ण के चरित्र से यह सीखना चाहिए कि क्या नहीं करना है। उन्होंने विद्यार्थियों को मन के विकारों को दूर कर एक सुंदर और आदर्श चरित्र का निर्माण करने की प्रेरणा दी।
पर्यावरण संरक्षण पर विशेष व्याख्यान
भोजनावकाश के बाद, तीसरे सत्र में दैनिक भास्कर के संवाददाता और पर्यावरणविद् श्री मुरारी सिंह ने पर्यावरण संरक्षण पर विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। उन्होंने पावर पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से “कंजरवेशन ऑफ स्नेक फौना ऑफ झारखंड” पर विद्यार्थियों को विषैले और अविषैले सांपों की पहचान और सांप के काटने पर किए जाने वाले प्राथमिक उपचार के बारे में विस्तार से बताया।
पौधारोपण और पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम का समापन विश्वविद्यालय के बॉटनिकल गार्डन में पौधारोपण के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। साथ ही, पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विकास कुमार, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली रानी और अनुपमा, तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली सीमा को विभागाध्यक्ष द्वारा पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणादायक और सीखने का अनूठा अवसर साबित हुआ, जिसमें उन्होंने न केवल नैतिक मूल्यों और पर्यावरण संरक्षण के बारे में सीखा, बल्कि इसे अपने जीवन में आत्मसात करने की भी प्रेरणा ली।
News – Vijay Chaudhary.
Edited by – Sanjana Kumari.