गुमला :- कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड द्वारा आयोजित राज्य पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में गुमला जिले के पर्यटन स्थलों के विकास हेतु महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
इस दौरान विभिन्न जिलों के पर्यटन स्थलों के अधिसूच संबंधित प्राप्त प्रस्तावों पर परिचर्चा की गई। जिसमें गुमला जिले के प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई एवं कई पर्यटन स्थलों को अधिसूचित किए जाने पर अनुशंसा की गई।
जिसमें यह क्षेत्र शामिल है : बासुदेव कोना, रायडीह/देव गाँव शिवगुफा, पालकोट/राजाडेरा, चैनपुर / सदनी जलप्रपात, चैनपुर/माँ महामाया मंदिर (हापमुनी), घाघरा /वन तालाब, गुगला/मसरिया डैम, घाघरा/सकिया डैम, बसिया / बरांग शिवमंदिर धाम, घाघरा/कतरी डैम, गुमला/जालिम फॉल, विशुनपुर/दारी टोंगरी, सिसई/भट्टी तालाब, गुमला/शिवधाम, आरा पहाड़ गुमला । उक्त सभी पर्यटन क्षेत्रों को “डी” श्रेणी में रखा गया है।
इसके अलावा जिले में आयोजित होने वाले सिरा – सीता महोत्सव को राजकीय मेला/महोत्सव के रूप में अधिसूचित करने की अनुशंसा राज्य पर्यटन संवर्धन समिति द्वारा लिया गया है।
बैठक में राज्य पर्यटन संवर्धन समिति द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि गुमला जिले के इन पर्यटन स्थलों के विकास के साथ-साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने हेतु ठोस कदम उठाए जाएंगे। इन प्रयासों से न केवल स्थानीय रोजगार सृजन होगा, बल्कि राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
न्यूज़ – गनपत लाल चौरसिया