पलामू: हुसैनाबाद के विधायक कमलेश सिंह के भाजपा में जाने के बाद से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि स्थानीय भाजपाइ भड़क सकते हैं. कमलेश सिंह के भाजपा में जाने से पहले ही बगावत का आशंका थी, लेकिन अब खुलकर भाजपाई सामने आ गए हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले पलामू में बीजेपी के अंदर बगावत शुरू हो गई है .पलामू के हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक कमलेश कुमार सिंह कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. कमलेश कुमार सिंह का भाजपा में विरोध के बावजूद उन्हें पार्टी में शामिल करने पार्टी के कई नेताओं में आक्रोश है. शुक्रवार को भाजपा के सभी मंडल अध्यक्ष, 342 बूथ अध्यक्ष और कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. इस बैठक में कमलेश सिंह का विरोध किया गया. बैठक में कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर कमलेश सिंह को भाजपा से उम्मीदवार बनाया जाता है तो सभी कार्यकर्ता इस्तीफा दे देंगे और विनोद कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाएंगे.बैठक के बाद भाजपा के नेता विनोद सिंह और प्रफुल्ल सिंह ने कार्यकर्ताओं को समझाया और कहा कि अगले दो दिनों में कुछ सकारात्मक निर्णय होने की उम्मीद है, अगर सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ तो फिर से बैठक होगी और उचित निर्णय लिया जाएगा.
भारी विरोध के बावजूद कमलेश सिंह को भाजपा में इंट्री मिली
भाजपा के हुसैनाबाद मंडल अध्यक्ष राजेश कर्ण ने कहा कि कार्यकर्ता एकजुट हैं, अगर कमलेश सिंह को उम्मीदवार बनाया जाता है तो सभी एकजुट होकर इस्तीफा देंगे और उनका विरोध करेंगे. इस्तीफा देने के बाद पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा के मूल कैडर के नेता को ही उम्मीदवार बनाएंगे. पिछले कई वर्षों से हुसैनाबाद में भाजपा कार्यकर्ता कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ताकि विधानसभा चुनाव में उन्हें इसका फलाफल मिले, लेकिन भारी विरोध के बावजूद कमलेश सिंह को पार्टी में ज्वाइन करा लिया गया. कमलेश सिंह को हुसैनाबाद में भितरघात का सामना करना पड़ सकता है. बैठक में बल्लू बलराम, संजय मेहता, प्रशांत सिंह,, प्रदीप सिंह, मधुसूदन पाठक, महिला मोर्चा की अध्यक्ष नीरजा सिंह, तृप्ति सिंह, कुसुम देवी, संजू देवी, अल्पसंख्यक मोर्चा की अध्यक्ष रेखा देवी, मोजाहिर हुसैन, युवा मोर्चा के अध्यक्ष सदाम हुसैन, रंजीव सिंह, सोनल कुमार, अरुण मेहता, दशरथ यादव और अरुण मिश्रा, राकेश यादव, सूरज रजवार, अमित मेहता, शशि विश्वकर्मा समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.