रांची : 2019 में गांव की सरकार बनाने चली आजसू 10 सीट से ही संतुष्ट हो गई. झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने शुक्रवार को प्रेस को संबोधित करते हुए भाजपा से आजसू को विधानसभा चुनाव में मात्र 10 सीट मिलने पर चुटकी ली। उन्होंने आजसू के बारे भविष्यवाणी करते हुए कहा कि आजसू 10 सीटों में बमुश्किल 2 सीट भी जीत जाए तो बड़ी बात होगी। लेकिन इतनी कम सीटों से तो आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो गांव की सरकार नहीं बना पाएंगे? सुप्रियो का दावा है कि हर दिन सैंकड़ों भाजपा नेता झामुमो में शामिल होने का आग्रह कर रहे हैं। लेकिन झामुमो ने अभी इसपर नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है।
आखिर जदयू भाजपा के आगे कैसे नतमस्तक हो गई…?
आजसू उपाध्यक्ष रहे पूर्व विधायक उमाकांत रजक का चंदनकियारी से और जमुआ के मौजूदा भाजपा विधायक केदार हाजरा के झामुमो में शामिल होने पर सु्प्रियो ने कहा कि दलितों का अब भाजपा से मोहभंग हो गया है। सुप्रियो ने दावा किया कि है इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सारा खांचा तैयार है और जल्द ही इसकी घोषणा भी कर दी जायेगी। इस दौरान भट्टाचार्य ने जदयू को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जिसके कंधों पर केन्द्र की सरकार चल रही है, वो 2 सीटों की भीख मांग रहे हैं। क्या यही जदयू की सियासी ताकत है। सुप्रियो ने कहा कि अभी तो एनडीए में टूट-फूट की शुरुआत हुई है. सभी सीटों की घोषणा होने के बाद भाजपा-आजसू और जदयू के असंतुष्ट नेता किधर जाएंगे या भितरघाती बनेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा.