◼ जरूरी स्थलों में शौचालय की व्यवस्था को कराएं सुलभ
◼ 15वें वित्त आयोग के तहत क्रियान्वित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करें
गुमला : – गुमला नयें समाहरणालय भवन के सभागार में गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्गी की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता समिति (डीडब्लूएससी) की बैठक सह कार्यशाला आहूत की गई।
विभिन्न बिंदुओं पर हुई समीक्षा
बैठक में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज 2 अंतर्गत विभिन्न कंपोनेंट पर चल रहे कार्यों की समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) द्वितीय चरण का प्रमुख उद्देश्य गांवों को खुले शौच मुक्त की स्थिति को बनाए रखना और ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई के स्तर में सुधार लाकर उन्हें ओडीएफ प्लस गांव तथा स्वच्छता, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन युक्त बनाना है।
वहीं इस दौरान ओडीएफ प्लस के 07 घटकों यथा खुले में शौच मुक्त के स्थायित्व को बनाए रखना, ठोस कचरा प्रबंधन, तरल कचरा प्रबंधन, गोबर-धन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, सुरक्षित माहवारी प्रबंधन एवं मलीय कचरा प्रबंधन से जुड़े जिला अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की अद्यतन जानकारी ली एवं उचित दिशा निर्देश दिया।
विभिन्न विभाग आपसी समन्वय बनाकर करें कार्य
उन्होंने फेज टू से जुड़े कार्यों को 15वें वित्त आयोग पंचायती राज, मनरेगा ग्रामीण विकास नगर विकास विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली एवं संबंधित विभाग के अधिकारी को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने एवं जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगाएं प्रतिबंध
वहीं इसके अलावा उन्होंने ठोस एवं तरल कचरा अवशिष्ट पदार्थों का प्रबंधन करने का निर्देश दिया। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग किसी भी हाल में किसी भी स्तर पर ना हो, इसे सुनिश्चित करवाएं।
उक्त बैठक में उपायुक्त ने ग्राम पंचायत लेवल में सेग्रेशन शेड के निर्माण कार्य की जानकारी ली, बताया गया कुल लक्ष्य 150 में से 5 का निर्माण पूर्ण हो चुका है एवं 13 अंडर कंस्ट्रक्शन है। उपायुक्त ने इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया। इसके अलावा सभी पंचायतों ने कचरा संग्रहण वाहन के संदर्भ में गुमला उपायुक्त ने जानकारी प्राप्त की एवं उसका उपयोग करने का निर्देश दिया।
शौचालय उपयोग करने हेतु लोगों में जागरूकता फैलाएं वही बताया गया कि जिले के 170 गांव ODF प्लस घोषित हो चुका है ,उन्होंने सभी को निर्देशित करते हुए कहा कि जितने भी स्थानों में शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है वहां के नागरिकों को शौचालय का उपयोग करने हेतु जागरूक करें।
कार्यशाला में मुख्य रूप से ठोस व तरल कचरे को कैसे अलग करें व इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कैसे निपटाया जाए, खाने में पोषक तत्व शामिल करने आदि विषयों पर जानकारी उपलब्ध कराई गई और जिला स्तरीय स्वच्छता पहल के लिए मूल्यवान संदर्भ और मार्गदर्शन प्रदान किया।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त ,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, DPM JSLPS, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी , स्टेट कॉर्डिनेटर श्रेय कुमारी,सभी प्रखंडों के अभियंता सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।
न्यूज़ – गणपत लाल चौरसिया