गिरिडीह (कमलनयन) : जिले को बाल श्रम मुक्त जिला बनाने को लेकर मिठाई दुकानों, ढाबों, लाइन होटलों सहित जेनरल स्टोरों में छापामारी अभियान चलाया जा रहा है. धावा दल का गठन कर श्रम अधीक्षक कार्यालय एवं बाल कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में जिले भर में आगामी 30 जून तक चलने वाले इस अभियान के प्रथम चरण में शुक्रवार को धावा दल द्वारा विभिन्न प्रतिष्ठानों, होटलों, ढाबों आदि का निरीक्षण किया गया।
होटल से एक बच्चे को रेस्क्यू कर मुक्त कराया गया
निरीक्षण के क्रम में मुफस्सिल थाना क्षेत्र एवं गिरिडीह शहरी क्षेत्र में कान्हा स्वीट्स एंड नमकीन नामक होटल से एक बच्चे को रेस्क्यू कर मुक्त कराया गया। बच्चा ग्लास, कप, प्लेट धोने व साफ सफाई के काम में लगा हुआ था। इस दौरान मौका पाकर होटल मालिक होटल से गायब पाया गया। धावा दल ने एक अन्य परिवार के घर पर छापा मारा। परिवार के लोग पिछले सात साल से एक नाबालिग किशोरी को अपने घर में रखकर घर का काम काज करवा रहे थे। नाबालिग की मां के अनुसार कई बार बच्ची को मुक्त कराकर अपने घर ले जाने का प्रयास हुआ था लेकिन घर वाले उसे घर जाने को नहीं दे रहे थे।
धावा दल में ये लोग थे शामिल
धावा दल के सदस्यों ने माना कि इस लड़की को बंधुआ मज़दूर बनाकर रखा गया था जो, संज्ञेय अपराध है। दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। धावा दल में सहायक श्रमायुक्त रवि शंकर, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पूजा सिन्हा, जिला समन्वयक नीति आयोग की अंजलि, जिला बाल सरक्षण इकाई के कामेश्वर प्रसाद, प्रोटेक्शन पदाधिकारी श्यामा प्रसाद, बनवासी विकास आश्रम, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन,चाइल्ड लाइन के सदस्य शामिल थे। बताया गया कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन तथा साथी संगठन बचपन बचाओ आंदोलन की ओर से बाल श्रम उन्मूलन हेतु एक जून से तीस जून तक़ अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत गिरिडीह को बाल श्रम मुक्त जिला बनाने के लिए कई सार्थक कदम उठाये जा रहे हैं।