गिरिडीह : शिक्षक दिवस (5 सितम्बर) के अवसर पर झारखंड राज्य के प्रशिक्षित सहायक अध्यापकों का सरकार के खिलाफ किसी भी तरह का कार्यक्रम प्रस्तावित नहीं है। साथियों टेट के मांग पत्र में प्रशिक्षित सहायक अध्यापकों से संबंधित कोई भी मांग का जिक्र नहीं है। रविवार को एक प्रेस नोट जारी कर कहा गया है कि टेट पास सहायक अध्यापक सिर्फ अपनी स्वार्थ की राजनीति के तहत अपनी मांगों को लेकर लड़ाई कर रहे हैं, उसमें प्रशिक्षित का कहीं कोई जिक्र नहीं है तो, प्रशिक्षित शिक्षक किस आधार पर उनके आंदोलन का समर्थन करेगा। जब टेट पास सहायक अध्यापक प्रशिक्षित को अपना भाई नहीं मानते हैं तो उनके आंदोलन का समर्थन करने का कोई औचित्य ही नहीं रह जाता है। वह अपनी लड़ाई खुद लड़े। इससे प्रशिक्षित को कोई लेना-देना नहीं है। ना ही प्रशिक्षित उनके कार्यक्रम का विरोध करता है और ना ही उनका समर्थन करता है। प्रशिक्षित सहायक अध्यापक अपनी लड़ाई खुद लड़ने को सक्षम है प्रशिक्षित को किसी बैसाखी के सहारे की जरूरत नहीं है।