बिश्रामपुर (पलामू) : भाजपा विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने विश्रामपुर क्षेत्र में विधानसभा चुनाव के पूर्व एक बार फिर शिलान्यास की राजनीति शुरू कर दी है. जब चुनाव आता है तो शिलान्यास बहुत करते हैं परंतु उसका उद्घाटन नहीं हो पाता है. वे कहते हैं कि हमने बिश्रामपुर में सड़कों का जाल बिछा दिया है. ये उनके द्वारा सिर्फ झूठा प्रचार के सिवा कुछ नहीं है. बिश्रामपुर प्रखंड में कल उन्होंने दो योजनाओं का शिलान्यास किया है, जिनमें सिगसिगी ग्राम पंचायत के ओरिया मोड़ से झगरुआ खूंटीसोत नदी तक डेढ़ करोड़ की पक्की सड़क व गोदरमा लारंगाहा गांव के पास भेलावा नदी पर पुल का निर्माण कराना शामिल है. ओ.बी.सी. एकता अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद गुरुवार को बिश्रामपुर स्थित अपने विधानसभा कार्यालय में एक प्रेसवार्ता में विधायक के बीस वर्षों के कार्यकाल में बारे में सवाल उठाते हुए कहा कि बिश्रामुपर की सड़कों की आज क्या हालत है, इससे यहां की जनता पूरी तरह से वाकिफ है.
ब्रह्मदेव का विधायक पर आरोप, जहां सुविधा शुल्क प्राप्त होता है, वहां नारियल फोड़कर सिर्फ ढोल पीटने का काम करते हैं
श्री प्रसाद ने प्रेसवार्ता में कहा कि रामचंद्र चंद्रवंशी ने बीस साल तक यहां का प्रतिनिधित्व किया. वर्तमान में बिश्रामपुर की सभी पंचायतों की सड़कें जर्जरावस्था में है. पहुंच पथ की कमी है. क्षेत्र की कई सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं. श्री प्रसाद ने कहा कि विधायक जी चुनाव से पहले शिलान्यास की राजनीति कर लोगों को भरमाने का काम कर रहे हैं. जहां उन्हें सुविधा शुल्क प्राप्त होता है, वहां नारियल फोड़कर झूठा ढोल पीटने का काम करते हैं. इन्हें केवल अपना और अपने परिवार के विकास से मतलब है, जनता के सरोकार से इन्हें कोई लेना-देना नहीं है. ब्रह्मदेव प्रसाद ने कहा कि घासीदाग पंचायत के चार गांवों की पंचायत एवं प्रखंड मुख्यालय तक सम्पर्क पथ के अलावा पुल नहीं है. बिश्रामपुर से पांडु जानेवाले बूढ़ीखांड गांव में लगभग दो किलोमीटर सड़क पानी से लबालब है. सड़कों को कहीं अता-पता नहीं है. विश्रामपुर विधानसभा के कई गांवों में लंबे समय से आवागमन की सुविधाओं से लोग वंचित हैं. इसी तरह नावाबाजार प्रखंड के सोहदाग ग्राम पंचायत में सड़क नहीं होने से प्रखंड मुख्यालय से कटा हुआ है. लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल है. इसी तरह रेहला पेयजलापूर्ति योजना का 15 साल पूर्व शिलान्यास हुआ था लेकिन डेढ़ दशक बीत जाने के बावजूद योजना अधूरी है. अभी तक इसका उद्घाटन नहीं होना विधायक के शिलान्यास की राजनीति का एक जीता जागता उदाहरण है. मौके पर दीपक कुमार, प्रमोद चौधरी, संतन विश्वकर्मा, यमुना प्रसाद सहित अन्य लोग उपस्थित थे.