रांची : कांग्रेस सामाजिक समीकरणों का पक्षधर रही है। आजादी के समय से ही अपनी नीतियों में इसे आधार बनाकर रखा है। उम्मीदवारों का चयन मुश्किल है। क्योंकि साफ दिख रहा है कि प्रत्येक क्षेत्र से मजबूत नेताओं-कार्यकर्ताओं ने आवेदन दिया है। लोग इस बात को समझ रहे हैं कि राज्य को अगर विकास के पथ पर आगे ले जाना है तो कांग्रेस और महागठबंधन की सरकार को वापस लाना होगा। चुनाव में जीत की संभावना, संगठन के प्रति निष्ठा एवं दायित्वों का निर्वहन टिकट वितरण का प्रमुख आधार होगा। ये बातें विधानसभा चुनाव के लिए गठित स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष गिरीश चोड़ानकर ने संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि दो दिनों के प्रवास के दौरान प्रारंभिक चरण में सभी जिलों के अध्यक्ष, उम्मीदवारों, वरीय नेताओं से मुलाकात हुई। हम यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि नेताओं कार्यकर्ताओं के मन में क्या है।
‘प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से सैकड़ों की संख्या में आवेदन आए हैं’
स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में हमें आगे कैसे बढ़ना है, इस पर मंथन जारी है। हमारा प्रयास रहेगा कि अगले दौर में हम दो-तीन जिलों के कार्यकर्ताओं नेताओं के साथ मुलाकात करें। जिलावार विधानसभा की स्थिति की समीक्षा की जाए, ताकि अधिक से अधिक लोगों का दृष्टिकोण सामने आ सके। हमें पूरा विश्वास है कि यहां की स्थिति के अनुसार सरकार पुनः सत्ता में आएगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से सैकड़ों की संख्या में आवेदन आए हैं। इससे संगठन की मजबूती स्पष्ट दिखती है। संवाददाता सम्मेलन में मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, स्क्रीनिंग कमेटी की सदस्य पूनम पासवान, कमल ठाकुर प्रकाश जोशी, सोनाल शांति, ऋषिकेश सिंह, जयशंकर पाठक और शमशेर आलम आदि उपस्थित थे।