गुमला – गुमला जिला मुख्यालय स्थित सिसई रोड गुमला छठ तालाब , मुरली बगीचा छठ तालाब , वन छठ तालाब, गुमला से 10 किलोमीटर दूर स्थित कोयल नदी , सहित जिले के विभिन्न तालाब , पोखर, और विभिन्न जलाशयों में उगते और डूबते भगवान भास्कर , सूर्य नारायण को अर्ध दिया और अपने मनोकामनाओं को पूर्ण होने पर छठ व्रत का त्योहार धूमधाम से मनाया, इस अवसर पर पूरे जिले में उक्त तालाबों के आसपास आकर्षक तरुण द्वारा , विद्युत सज्जा, लेजर विद्युत लाइट, डीजे साउंड आदि लगाकर धूमधाम से भगवान भास्कर , सूर्य नारायण , का महाछठ त्यौहार मनाया गया और और लोगों के बीच प्रसाद वितरण की गई, रायडीह प्रखंड के शंख नदी मांझा टोली में भी छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य और उगते सूर्य नारायण को अर्द्ध दिया। मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़-भाड़ लगी रही , महिलाओं और पुरुष छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य नारायण और उगते सूर्य नारायण को अर्द्ध देने के साथ ही साथ भक्ति भाव से पूजा अर्चना की। वही जिले के विभिन्न छठ पूजा समिति के द्वारा छठ व्रतियों के सुविधा के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं और समुचित व्यवस्था की गई। वहीं सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया गया था। महिलाओं की सुविधा के लिए चेंजिंग रूम बनाया गया था ।सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन के गुमला उपयुक्त कर्ण सत्यार्थी एवं जिला पुलिस कप्तान शंभू कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर सभी थानों एवं प्रखंडों के अधिकारीगण अपने दलबल के साथ उपस्थित थे। वही किसी तरह की अनहोनी घटना को लेकर सजग भी थे , जिला के बॉर्डर क्षेत्र स्थित शंख नदी घाट में गुमला छत्तीसगढ़ रायडीह सहित अन्य स्थानों से छठ व्रतियां और श्रद्धालु पूजा पाठ करने आए थे। वही बच्चों ने पानी में जमकर मस्ती की और सेल्फी लेकर आनंद उठाया। वही उपस्थित लोगों ने जमकर आतिशबाजी भी की। शुक्रवार की सुबह उगते सूर्य भगवान भास्कर को अर्द्ध दिया गया। लोक आस्था का महापर्व छठ पूरे गुमला में धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पर्व में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
न्यूज – गनपत लाल चौरसिया